लेखनी प्रतियोगिता -28-Aug-2022
रात है
यूं कुछ खास नहीं पर होने को रात है।
थकान भरे दिन का आखिरी पड़ाव है।।
कई काम किए
कुछ नही कर पाए।।
पर चलो अब सपनो की बरसात है।
कुछ चैन के पल अब सोचूंगा मेरे भी पास है।
आखिर क्या चाहिए किसकी तलाश है।
पूरे दिन के बाद बस ये चंद घंटे बड़ी
प्यारी सौगात है।
मैं मेरा प्यार पलंग
मेरा गुदगुदा तकिया मेरे साथ है।
सोजा बंदे सुबह होने में
बस कुछ घंटों की बात है।।
shweta soni
31-Aug-2022 11:02 AM
Behtarin rachana
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Punam verma
29-Aug-2022 09:10 PM
Very nice
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Raziya bano
29-Aug-2022 08:52 AM
V nice
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