Rekha mishra

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -28-Aug-2022

              रात है


यूं कुछ खास नहीं पर होने को रात है।
थकान भरे दिन का आखिरी पड़ाव है।।
कई काम किए
कुछ नही कर पाए।।
पर चलो अब सपनो की बरसात है।
कुछ चैन के पल अब सोचूंगा मेरे भी पास है।
आखिर क्या चाहिए किसकी तलाश है।
पूरे दिन के बाद बस ये चंद घंटे बड़ी
प्यारी सौगात है।
मैं मेरा प्यार पलंग
मेरा गुदगुदा तकिया मेरे साथ है।
सोजा बंदे सुबह होने में
बस कुछ घंटों की बात है।।

   10
5 Comments

shweta soni

31-Aug-2022 11:02 AM

Behtarin rachana

Reply

Punam verma

29-Aug-2022 09:10 PM

Very nice

Reply

Raziya bano

29-Aug-2022 08:52 AM

V nice

Reply